tag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post8486801163764216190..comments2024-03-19T18:18:57.648+09:00Comments on BALAJI: ...जाको राखे साईया मार सके न कोय ! ( शीर्षक आप का -श्री विजय माथुर जी )G.N.SHAWhttp://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-89912326955403095772011-08-24T22:28:58.854+09:002011-08-24T22:28:58.854+09:00Sach kaha sir ji,,,
bachchi se milane ki apki bhaw...Sach kaha sir ji,,,<br />bachchi se milane ki apki bhawna ko samjh gaye.<br />aur bhabhi ji ki bat sun kar ankhe bhar gai...<br />kash har aurat beti se itna pyar karti to o duniya me ane se pahle hi na mari jati.<br /><br />Abhar.Ravi Rajbharhttps://www.blogger.com/profile/16224660000339492496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-26327018312910481152011-08-13T00:22:05.312+09:002011-08-13T00:22:05.312+09:00बहुत ही मार्मिक पोस्ट है। किसी भुक्तभोगी की परिस्थ...बहुत ही मार्मिक पोस्ट है। किसी भुक्तभोगी की परिस्थिति और मनःस्थिति के बारे कुछ भी जान पाना सम्भव नहीं लगता लेकिन फिर भी आत्महत्या के साथ एक और जीव की हत्या? "क्यों" का प्रश्न तो मन में आता ही है। बच्ची से मिलने की आपकी इच्छा समझ आती है - जाकर देखने के बाद शायद इस घटना से सम्बन्धित कुछ और बातें समझ आयें।<br /><a href="http://pittpat.blogspot.com/2010/01/blog-post_23.html" rel="nofollow">आत्महत्या क्यों?</a>Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-11845763149678779862011-08-10T20:42:30.160+09:002011-08-10T20:42:30.160+09:00जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय ....जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय ....सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-88622278090395860012011-08-08T13:30:34.365+09:002011-08-08T13:30:34.365+09:00बेहद दर्दनाक ....
मेरे सामने भी एक ऐसी ही घटना घ...बेहद दर्दनाक ....<br /><br />मेरे सामने भी एक ऐसी ही घटना घाट चुकी है ....<br />आपकी पोस्ट से वो याद ताजा हो आई ....<br />दो बेटियाँ और माता पिता ...<br />पहले बेटियों को जहर पिलाया फिर खुद पी लिया ....<br />उफ़ ....<br />एक नन्हीं जान ने तो दम तोड़ दिया बाकी तीनों बच गए ..<br />उस वक़्त मेरा भी मन किया था एक बची बेटी को गोद ले लूँ ....<br />पूछने पर पता चला काफी कर्ज था उनपर ....<br />शायद ऐसा लोग डिप्रेशन में करते हैं ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-4696503620866350902011-08-08T12:12:03.164+09:002011-08-08T12:12:03.164+09:00सुन्दर सोच के साथ आपने बड़े ही खूबसूरती से हर शब्द...सुन्दर सोच के साथ आपने बड़े ही खूबसूरती से हर शब्द लिखा है ! बेहतरीन प्रस्तुती!<br />मित्रता दिवस पर आपको हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-18385698543213335972011-08-08T01:00:44.740+09:002011-08-08T01:00:44.740+09:00आपका वर्णन बहुत हृदयस्पर्शी है....अनुपम प्रस्तुति...आपका वर्णन बहुत हृदयस्पर्शी है....अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.<br />फ्रेंडशिप डे ' की आपको ढेर सारी शुभकामनाएँ ... !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-57376961038931726192011-08-07T21:22:10.999+09:002011-08-07T21:22:10.999+09:00आपके पास दोस्तो का ख़ज़ाना है,
पर ये दोस्त आपका पु...आपके पास दोस्तो का ख़ज़ाना है,<br />पर ये दोस्त आपका पुराना है,<br />इस दोस्त को भुला ना देना कभी,<br />क्यू की ये दोस्त आपकी दोस्ती का दीवाना है<br /><br />⁀‵⁀) ✫ ✫ ✫.<br />`⋎´✫¸.•°*”˜˜”*°•✫<br />..✫¸.•°*”˜˜”*°•.✫<br />☻/ღ˚ •。* ˚ ˚✰˚ ˛★* 。 ღ˛° 。* °♥ ˚ • ★ *˚ .ღ 。.................<br />/▌*˛˚ღ •˚HAPPY FRIENDSHIP DAY MY FRENDS ˚ ✰* ★<br />/ .. ˚. ★ ˛ ˚ ✰。˚ ˚ღ。* ˛˚ 。✰˚* ˚ ★ღ <br /><br />!!मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये!!<br /><br />फ्रेंडशिप डे स्पेशल पोस्ट पर आपका स्वागत है!<br /><a href="http://smshindi-smshindi.blogspot.com/2011/07/blog-post.html" rel="nofollow">मित्रता एक वरदान <br /><br /> शुभकामनायें </a>smshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-52706054564214412212011-08-07T18:42:36.365+09:002011-08-07T18:42:36.365+09:00मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर...मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .<br /> एस .एन. शुक्लS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-89066782804067665142011-08-07T12:41:42.713+09:002011-08-07T12:41:42.713+09:00भाई साहब आप की जीवन से जुडी पोस्टों ,संवेदन शील रप...भाई साहब आप की जीवन से जुडी पोस्टों ,संवेदन शील रपटों रिपोर्ताज का हम भी इंतज़ार करने लगें हैं ,वीरुभाई कृपया यहाँ भी पधारें .Super food :Beetroots are known to enhance physical strength,say cheers to Beet root juice.Experts suggests that consuming this humble juice could help people enjoy a more active life .(Source: Bombay Times ,Variety).<br /><br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_07.html<br />ताउम्र एक्टिव लाइफ के लिए बलसंवर्धक चुकंदर .<br />http://veerubhai1947.blogspot.com/ <br />शुक्रवार, ५ अगस्त २०११<br />Erectile dysfunction? Try losing weight Healthvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-23419666265009190332011-08-07T04:23:49.503+09:002011-08-07T04:23:49.503+09:00काफी दुखदाई घटना हैकाफी दुखदाई घटना हैsmhttp://realityviews.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-57576722100748736072011-08-06T23:20:49.584+09:002011-08-06T23:20:49.584+09:00शुक्रिया भाई साहब .तशरीफ़ लाने का .http://veerubha...शुक्रिया भाई साहब .तशरीफ़ लाने का .http://veerubhai1947.blogspot.com/<br />शुक्रवार, ५ अगस्त २०११<br />निंदक नियरे राखिये ,आँगन कुटी छवाय ,<br />बिन पानी साबुन बिना ,निर्मल होत सुभाय .<br />पानी से पानी मिले ,मिले कीच से कीच ,<br />अच्छों को अच्छे मिलें ,मिले नीच को नीच .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-36188151511870574062011-08-06T23:16:33.855+09:002011-08-06T23:16:33.855+09:00ये तो समस्या से भागने की प्रवृत्ति है | जिन परिस्थ...ये तो समस्या से भागने की प्रवृत्ति है | जिन परिस्थियों मे लोग आत्महत्या करते हैं , उनमें जी कर समस्या को हल करने में ही बुद्धिमानी और बहादुरी दोंनो है |अवनीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/10974435719726977104noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-17744386177208638582011-08-06T21:23:30.146+09:002011-08-06T21:23:30.146+09:00http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/b...http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_06.html शुक्रिया भाई साहब .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-20801313688068535262011-08-06T20:21:50.909+09:002011-08-06T20:21:50.909+09:00आत्म हत्या तो किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकता है...आत्म हत्या तो किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकता है . वह बच्ची बच गई तो संतोष हुआ . सच है जाको राखे साईया मार सके न कोयरेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-56551534606513747292011-08-06T15:45:58.242+09:002011-08-06T15:45:58.242+09:00Sad incidence ! You are of a very helping nature ...Sad incidence ! You are of a very helping nature indeed .ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-63367432386664510472011-08-06T12:40:01.377+09:002011-08-06T12:40:01.377+09:00आत्म-हत्या से बढ़कर कोई गुनाह और दूसरे की जान बचाने...आत्म-हत्या से बढ़कर कोई गुनाह और दूसरे की जान बचाने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है .आपका सौभाग्य कि आप पुण्य के भागी बने !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-14788442088933510022011-08-06T04:50:35.908+09:002011-08-06T04:50:35.908+09:00चमत्कार और आपकी सहृदयता ,सकारात्मक सोच दोनों को नम...चमत्कार और आपकी सहृदयता ,सकारात्मक सोच दोनों को नमन जीवन की सुन्दर सार्थक व्याख्या करती एक विज्ञ पोस्ट ....http://sb.samwaad.com/<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/ http://veerubhai1947.blogspot.com/virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-70848809784058984002011-08-06T02:41:57.529+09:002011-08-06T02:41:57.529+09:00ओह काफी दुखदाई घटना है| सच में इस प्रकार आत्म हत्य...ओह काफी दुखदाई घटना है| सच में इस प्रकार आत्म हत्या कर लेने से कभी किसी समस्या हल नहीं हो सकता, केवल समस्या से पीछा चुदाय जा सकता है|<br />अपने जीवन के इन क्षणों से अवगत करवाने के लिए आभार...दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-15480060504065447272011-08-06T02:38:11.395+09:002011-08-06T02:38:11.395+09:00Aapki Sunder Soch ka pratibimb hai yeh post.....Aapki Sunder Soch ka pratibimb hai yeh post..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-32948519585720591452011-08-06T00:23:28.215+09:002011-08-06T00:23:28.215+09:00क्रोध और अवसाद की स्थिति में सोचने समझने की बुद्धि...क्रोध और अवसाद की स्थिति में सोचने समझने की बुद्धि लुप्त हो जाती है.आपका वर्णन बहुत मार्मिक,हृदयस्पर्शी और भावुक करने वाला है.<br />अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-66322125471390119112011-08-05T22:39:49.486+09:002011-08-05T22:39:49.486+09:00शीर्षक के मुताबिक घटना का सटीक वर्णन किया है।
अपन...शीर्षक के मुताबिक घटना का सटीक वर्णन किया है। <br />अपने-अपने करमानुसार सबको फल मिलते हैं। जो-जो अवशिष्ट रह जाता है-अच्छा और बुरा दोनों उनका फल ही आगामी जीवन का भागी होता है। उस मृत महिला का कर्म-फल चूक चुका होगा इसलिए मृत्यु हुयी और उसकी बच्ची का कर्मफल शेष होने के कारण वह जीवित रही। <br />ज्योतिष के अनुसार मंगल प्रबल होने के कारण इतना दुस्साहस किया होगा। वैसे आत्म-हत्या करना कायरता का प्रतीक है। संयम एवं धैर्य का आभाव ही इसका प्रेरक बना होगा। <br />मान्यवर यह धारणा बिलकुल गलत है कि परमात्मा की मर्जी के बगैर 'पत्ता भी नहीं हिलता'। यदि इसे मानते हैं तो अपराधी अपराध भी परमात्मा की मर्जी से कर रहा है उसे दंड न देकर परमात्मा की मर्जी पर छोडना चाहिए। कोर्ट और पुलिस की तब क्या जरूरत है?<br />व्यक्ति संसार मे कर्म करने मे स्वतंत्र है और फल भोगने मे परतंत्र। व्यक्ति अच्छा या बुरा जैसा कर्म करेगा परमात्मा वैसा ही फल देगा।vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-83027682390917857012011-08-05T21:34:43.716+09:002011-08-05T21:34:43.716+09:00जीवन से कोई न हारे,
सबके सब हों प्यारे।जीवन से कोई न हारे,<br />सबके सब हों प्यारे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9091821493136038739.post-12299044533876133652011-08-05T20:59:21.527+09:002011-08-05T20:59:21.527+09:00उस बच्ची को घर लाना था हम पाल-पोस लेते थे !
चलो द...उस बच्ची को घर लाना था हम पाल-पोस लेते थे !<br /><br />चलो दो बेटियाँ बहु बन कर तो आ ही जायेंगी !<br /><br />सुन्दर ||<br />बधाई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com