यह ब्लॉग मेरे निजी अनुभवों जो सत्य और वास्तविक घटना पर निर्भर करता है - पर आधारित है ! वह जीवन - जीवन ही क्या जिसकी कोई कहानी न हो! जीवन एक सवाल से कम नहीं ! सवाल का जबाब देना और परिणाम प्राप्त करना ही इस जीवन के रहस्य है !! सवाल की हेरा-फेरी या नक़ल उचित नहीं!इससवाल के जबाब स्वयं ढूढ़ने पड़ेगे!THIS BLOG IS PURELY DEDICATED TO LABORIOUS,CORRUPTION-LESS ,PUNCTUAL AND DISCIPLINED LOCO PILOTS OF INDIAN RAILWAYS ( please note --this blog is in " HINDI ")
LOCO PILOTS OF INDIAN RAILWAY.
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Saturday, March 16, 2013
इतना हम पर अहसान करो |
Ramesh Chandra Srivastava +91 97524 17392 ( श्री गिरिराज शर्मा जी ने मुझे कोटा / राजस्थान से इ-मेल द्वारा भेजी है | जो लोको पायलटो की दुर्दशा को इंगित कर रही है | यह कविता व्यंग शैली में लिखी गयी है | एक तरह से रेलवे प्रशासन की पोल खोलती है |)
सरकार की उदासीनता बहुत दुखद है .....
ReplyDeleteबड़े ढंग से और सलीके से धोया है।
ReplyDeleteमर्म
ReplyDeleteसटीक-
har sarkaari tantra ka dohan neta apne swarth ke liye kar system ko fail kar desh ko gart me daalane ka kaam kar rahe hai...
ReplyDeleteसटीक कटाक्ष. शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteकाम करने की दशा तो सुधारनी ही चाहिए।
ReplyDeleteसटीक और बहुत ही बेहतरीन रचना | आभार |
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
right h
ReplyDeleteThanks sir
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