कल यानि दुसरे सितम्बर २०११ को शोला पुर में था ! सोंचा चलो अच्छा हुआ ,
गणपति दर्शन हो जायेंगे ! शाम को बादल उमड़ - घुमड़ रहे थे ! छतरी भी साथ ले
लिया ! सहायक भी साथ में था ! चारो तरफ शहर में घुमे , पर रौनक नजर नहीं आई
! लगता था जैसे सभी अन्ना हजारे के समर्थन में इस वर्ष की उत्सव -साधारण
तौर पर मना रहे है ! किसी से पूछने का साहस नहीं किया - आखिर क्यों ऐसा
? हमारे गुंतकल में ही गणपति का उत्सव बड़े धूम - धाम से मनाया गया है ! आज
विसर्जन होने वाला है ! सोंचा कुछ बधाई और शुभकामनाओ को ब्लॉग पर डाल ही दूँ !
मेरे बालाजी का अपना गणपति पूजा मजेदार का रहा ! यहाँ देंखे - कैसी रही बालाजी
की गणपति पूजा ?
आप सभी को गणेश चतुर्दशी की ढेर सारी शुभकामनाएं !
अब कुछ जेलर की तरफ ध्यान दे ! तिरछी नजर से परेशां -उसने आज खूब चढ़ा ली थी ! डंडे को भांजते हुए वह फिर कसाव के रूम के पास हाजिर हुआ ! नशे में धुत ! जोर से हँसाना शुरू किया ! ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह हां हां हां हां हां हां हां ..ही ही ही ही ही ..हु हु हु हु हु हु हु ...हे हे हे हे हे ...इस जोशीले आवाज को सुन सभी संतरी जेलर के पास आ खड़े हुए ! भय -भीत ! जेलर की हंसी ...ठीक गब्बर सिंह के जैसा ! देखते - देखते सभी संतरी भी हंसी में मशगुल हो गए ! कसाब को भी हंसी आ ही गयी ! पर आज वह सहमा सा दिखा ! न जाने क्यों ? उसे कोई अनजानी आशंका दबोच ली !
अब कुछ जेलर की तरफ ध्यान दे ! तिरछी नजर से परेशां -उसने आज खूब चढ़ा ली थी ! डंडे को भांजते हुए वह फिर कसाव के रूम के पास हाजिर हुआ ! नशे में धुत ! जोर से हँसाना शुरू किया ! ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह हां हां हां हां हां हां हां ..ही ही ही ही ही ..हु हु हु हु हु हु हु ...हे हे हे हे हे ...इस जोशीले आवाज को सुन सभी संतरी जेलर के पास आ खड़े हुए ! भय -भीत ! जेलर की हंसी ...ठीक गब्बर सिंह के जैसा ! देखते - देखते सभी संतरी भी हंसी में मशगुल हो गए ! कसाब को भी हंसी आ ही गयी ! पर आज वह सहमा सा दिखा ! न जाने क्यों ? उसे कोई अनजानी आशंका दबोच ली !
" अबे कसाब ? "- जेलर कसाब
की तरफ मुखातिब हो बोला ! " स्साले सब बच गए ! कितने आदमी थे ?..बिलकुल तीन !
हा हा हा ये राजनीति ....बहुत कमाल की.. है...... किसी को फांसी पर भी न चढाने देगी ! अबे ..अब तेरी भी बकरी ( बकरीद के वजाय -बकरी बोल गया ) नहीं आएगी .." वह नशे में धुत था ! उसके शब्द टूट -टूट कर बाहर निकल रहे थे ! वह राजीव गाँधी के गुनाहगारो के फाँसी की सजा पर लगी रोक से तिलमिलाए हुए था ! फिर बोला -" अब तू भी बच जाएगा ,देवेंदर पाल सिंह भुल्लर भी बचेगा और ...और...और वो संसद वाला ... सांसदों का गुरु ......अफजल भी बचेगा ! प्रक्रिया ...मुख्य मुख्य मंत्रियो .....द्वारा ...तेज हो गयी ...है !" इस समाचार ने कसाब के मुखमंडल पर...थोड़ी सी मुस्कराहट बिखेर दी !" जेलर संतरियो की तरफ देखा और फिर कहने लगा ---अब नए सम्मान दिए जायेंगे -जानते हो ?
एक हत्या वाले को --पद्मश्री ..हा..हा..हां.
दो हत्या वाले को--पद्मभूषण ...........................
तीन हत्या वाले को पद्मविभूषण ..और
चार से ज्यादा हत्या वाले को भारतरत्न " - जेलर अपने डंडे को भांजने लगा !
" तो सर... क्या इसे ( कसाब को ) भारतरत्न का सम्मान मिलने वाला है ? "- एक संतरी ने प्रश्न किया !
" जरुर ..जरुर मिलेगा ..हाँ मिलेगा जरुर...इसी के काबिल यह है "--जेलर ने कहा और जोर का ठहाका लेकर कसाब को देख बोला -- " तेरे इस दुनिया में , तेरे पास आतंक ,लूट ,दंगा ,भुखमरी , चोरी ,बलात्कारी ,हत्या या क्या-क्या के सिवा क्या है ?..हाँ..हाँ ..हाँ ..हाँ!'' क्षण भर के लिए रुका और बोलने लगा - "जानता है हमारे पास क्या है ?.......हमारे पास ..सिर्फ और सिर्फ....अहिंसा है
दो हत्या वाले को--पद्मभूषण ...........................
तीन हत्या वाले को पद्मविभूषण ..और
चार से ज्यादा हत्या वाले को भारतरत्न " - जेलर अपने डंडे को भांजने लगा !
" तो सर... क्या इसे ( कसाब को ) भारतरत्न का सम्मान मिलने वाला है ? "- एक संतरी ने प्रश्न किया !
" जरुर ..जरुर मिलेगा ..हाँ मिलेगा जरुर...इसी के काबिल यह है "--जेलर ने कहा और जोर का ठहाका लेकर कसाब को देख बोला -- " तेरे इस दुनिया में , तेरे पास आतंक ,लूट ,दंगा ,भुखमरी , चोरी ,बलात्कारी ,हत्या या क्या-क्या के सिवा क्या है ?..हाँ..हाँ ..हाँ ..हाँ!'' क्षण भर के लिए रुका और बोलने लगा - "जानता है हमारे पास क्या है ?.......हमारे पास ..सिर्फ और सिर्फ....अहिंसा है
कसाब को भारतरत्न का सम्मान
ReplyDeleteजी जरूर मिलेगा... क्योंकि हमारे पास अहिंसा है. फांसी तो दे नहीं सकते.
सच कहा, अब उन्हे इनाम देना ही बाकी रह गया है।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !!!!
ReplyDeleteआप से सहमत !!
ये राजनीति ....बहुत कमाल की है.....
ReplyDeleteSach Kaha aapne... Bada dukhad lagata hai yah sab... Shubhkmnayen Apko bhi...
गणेश उत्सव की शुभकामनायें
ReplyDeleteकसाब ने ३७६ खून किये , जिसकी बदले में शाही आवभगत मिल रही है। बस 'भारत-रत्न' ही मिलना शेष है।
ReplyDeleteकसाब को तो शाही महल में याने की सोनिया जी के दरबार में गद्दी देनी चाहिए।
ReplyDeleteभारतीय राजनीति पर बढ़िया व्यंग्य. बधाई.
ReplyDeleteजरूर मिलेगा, अब उन्हे इनाम देना ही बाकी रह गया है।
ReplyDeleteगणेश उत्सव की शुभकामनायें|
बहुत सटीक व्यंग्य ........गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteहम किस युग की तरफ अग्रसर हो रहे है , यह कहना बहुत मुश्किल जान पड़ता है ! देखिये ना - आज मै दी हिन्दू अखबार में पढ़ा की जम्मू - कशमीर सरकार फारूक अब्दुला के नेत्रित्व में अगले मानसून सत्र में अफ़ज़ल गुरु के बारे में चर्चा करनी चाहती है ! इस विषय में जरुर बिल लाया जायेगा ! सत्यानाश ! अब राजनीतिक रुख अपराधियों के तरफ उन्मुख है !
ReplyDeleteaadarniy sir
ReplyDeletebahut hi vilamb se aane ke liye xhma chahti hun .
aaj kal aswasthata ke dour se gujar rahi hun isi liye net par bahut hi kam aati hun.
aaj aapki ek katu sach ko saath liye prabhav shli lekh padhne ko mila.
bahut hi kushalta se aapne apne kantaale shabdon dwara vyango ki barsaat ki hai.
bahut hi sach
hardik badhai
poonam
शाह साहब !बहुत सटीक व्यंग्य विनोद किया है आपने ,आतंकवाद की पोषक सरकार पर .इस देश में आतंकवाद भी मजहब के खानों में तकसीम कर दिया गया है .कहीं से एक ईंट किसी इमारत की खिसक जाए वहां से चार सेक्युलर पुत्र पुत्रियाँ निकल आतें हैं कौन किसको फांसी दे .
ReplyDeleteशाह साहब !बहुत सटीक व्यंग्य विनोद किया है आपने ,आतंकवाद की पोषक सरकार पर .इस देश में आतंकवाद भी मजहब के खानों में तकसीम कर दिया गया है .कहीं से एक ईंट किसी इमारत की खिसक जाए वहां से चार सेक्युलर पुत्र पुत्रियाँ निकल आतें हैं कौन किसको फांसी दे .
ReplyDeleteराजनीति में प्रदूषण पर्व है ये पर्युषण पर्व नहीं .
राजनीति का प्रदूषण पर्व है ये पर्यूषण पर्व नहीं है .
हालात ऐसे ही रहे तो कसाब को भारत रत्न मिल भी जायगा ... पता नहीं क्या हो रहा है आजकल देश की राजनीति को ... गिरावट की भी सीमा होती है ..
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